दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो दिन बाद इस्तीफा देने की बात कही है। भाजपा ने कहा है कि पद छोड़ने की बात कह कर केजरीवाल ने दिल्ली शराब घोटाले के आरोप स्वीकार कर लिए हैं। बीजेपी ने इस्तीफे में देरी पर आम आदमी पार्टी से तीखे सवाल पूछे हैं।
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर अरविंद केजरीवाल ने यह स्वीकार कर लिया है कि उन पर लगे शराब घोटाले के आरोप बिल्कुल सही हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव की मांग करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, वे चाहते तो कैबिनेट मंत्रियों की सलाह लेकर विधानसभा भंग करने और चुनाव में जाने की घोषणा कर सकते थे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की यह सोच बताती है कि वे चुनाव में नहीं जाना चाहते।
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि केजरीवाल के पहले भी कई नेताओं को जेल जाना पड़ा है, लेकिन उन्होंने नैतिकता का पालन करते हुए जेल जाने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अरविंद केजरीवाल अपनी ही सरकार के जेल में रहे। उन्होंने कहा कि इस तरह केजरीवाल ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आकर भी उन्होंने अपनी ही सरकार का पटाखे न चलाने का निर्णय तोड़ दिया।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता तीन महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को शून्य सीटें देकर अपना निर्णय सुना चुकी है। उन्होंने कहा कि अब अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता के फैसले की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के फैसलों के कारण दिल्ली की जनता को लगातार नुकसान हो रहा है और इसके बाद भी केजरीवाल को कोई असर नहीं पड़ रहा है। सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल के शासन में दिल्ली में पानी टैंकर माफिया दोगुने से अधिक ताकत से काम कर रहे हैं। शिक्षा-स्वास्थ्य विभागों में घोटाले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल को घोटाले के कारण अदालत के आदेश के बाद जेल जाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दो दिन का समय क्यों लिया, उन्हें तत्काल विधानसभा भंग कर चुनाव में जाने की घोषणा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए तैयार है।