मुंबई. ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर ने विवादों में फंसी अपनी बेटी का बचाव किया और उसके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को नकारते हुए दावा किया कि बिना किसी गलती के उसे परेशान किया जा रहा है. दिलीप खेडकर ने प्रोबेशनरी अधिकारी के रूप में पुणे में अपने कार्यकाल के दौरान अपनी बेटी की अनुचित मांगों और अनुशासनहीनता से जुड़े विवाद के बारे में बात की. उन्होंने दलील दी कि बैठने के लिए जगह मांगना कोई गलती नहीं है.
महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर एक सिविल सर्वेंट के रूप में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर पुणे में सहायक कलेक्टर के रूप में ज्वॉइन करने से पहले अपने लिए एक अलग कार्यालय, एक कार और एक घर की मांग की थी.
दिलीप खेडकर ने इंडिया टुडे टीवी से कहा, “मेरी बेटी ने कुछ भी गलत नहीं किया है. एक महिला बैठने के लिए जगह मांग रही है, क्या यह गलत है? मामला विचाराधीन है और इसे देखने के लिए एक समिति नियुक्त की गई है. हम सभी को अंतिम फैसले का इंतजार करना चाहिए. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि कोई जानबूझकर इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है.”
हालांकि, जब उनसे उस व्यक्ति का नाम पूछा गया जिसके बारे में उन्होंने विवाद खड़ा करने का दावा किया है, तो दिलीप ने किसी का नाम नहीं लिया. जब उनसे पूछा गया कि क्या पूजा ने क्रीमी लेयर या नॉन-क्रीमी लेयर श्रेणी के तहत आवेदन किया था, तो उन्होंने कहा, “हम अपना मामला समिति के सामने रखेंगे. कानूनी कार्यवाही चल रही है और इस समय इस मामले पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा. सब कुछ नियमों के तहत किया गया था और कोई गलत काम नहीं हुआ.”