मऊगंज में श्रमजीवी पत्रकार संघ की जिला इकाई के धरने ने अब एक नई दिशा पकड़ ली है।

संवाददाता दीपक गुप्ता पत्रकारों के मुद्दों को लेकर किए गए इस आंदोलन को न केवल जनता, बल्कि कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों का समर्थन मिल रहा है। तीन बार के लगातार विधायक रहे डॉ. आई.एम.पी. वर्मा, पूर्व अधिवक्ता संघ अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह परिहार और संतोष मिश्रा, जनपद सदस्य शेख मुख्तार सिद्दीकी, और कांग्रेस नेता सूर्य नारायण सिंह जैसे कई बड़े नाम इस आंदोलन में शामिल हुए।धरने के दौरान सभी नेताओं ने एक स्वर में पत्रकारों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताया और कहा कि अगर पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा नहीं हुई, तो समाज में सच्चाई की आवाज कमजोर पड़ जाएगी। डॉ. आई.एम.पी. वर्मा पत्रकार हमारी समाज की आंख और कान हैं। उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाना चाहिए। शेख मुख्तार सिद्दीकी यह लड़ाई सिर्फ पत्रकारों की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की है जो सच्चाई और न्याय में विश्वास रखता है। इस धरने ने प्रशासन पर दबाव बना दिया है। पत्रकार संघ ने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज होगा। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है। पत्रकारों के इस संघर्ष से एक बात तो साफ है – लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उनके अधिकारों की रक्षा अनिवार्य है। मऊगंज का यह आंदोलन पूरे प्रदेश के लिए एक संदेश है।