आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ‘सहजीवन व्याख्यानमाला’ में कहा कि भारत को सद्भावना का मॉडल बनाना चाहिए. उन्होंने मंदिर-मस्जिद के ताजा विवादों पर नाराजगी जताई और कहा कि कुछ लोग इन मुद्दों का राजनीतिक लाभ उठाकर खुद को “हिंदुओं का नेता” साबित करने की कोशिश कर रहे हैं. भागवत ने भारतीय समाज की बहुलता पर जोर दिया, और सभी को कानूनों और नियमों का पालन करने की जरूरत बताई.
Related Posts
पहली ही बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसा
- Crime Detection News
- July 2, 2024
- 0
नितिन गडकरी के विभागद हुआ फेल और पटेल एंड कंपनी की लापरवाही जनता पर भारीपहली ही बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसा बददी […]
पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद प्रियंका गांधी से मिले पप्पू यादव, क्या कांग्रेस में करेंगे वापसी?
- Crime Detection News
- June 10, 2024
- 0
बिहार के चर्चित पूर्णिया सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद पप्पू यादव ने दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की है. अकटलें […]
Budget 2024: पहली नौकरी मिलने पर सीधे खाते में आएंगे 15 हजार, PF भी सरकार देगी, 2.1 करोड़ युवाओं के लिए बड़ा एलान
- Crime Detection News
- July 23, 2024
- 0
Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि संगठित क्षेत्र में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया […]