महाराष्ट्र सरकार की फूड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने इस वर्ष अब तक की सबसे बड़ी रेड की है. वसेई में नकली दवा बनाने वाली एक कंपनी पर छापा मारकर करोड़ों रुपये का माल जब्त किया गया है. यहां पिछले 7 सालों से नकली दवाईयां बनाई जा रही थी. 2021 से लगातार अंदर खाने इसकी जांच की जा रही थी. गुरुवार को 48 घंटे की रेड में नकली दवा बनाने का सच सामने आया.
मुंबई में आयुर्वेद के नाम पर नकली दवा बना रही घरवार फार्मा प्राईवेट लिमिटेड पर एफडीए ने रेड मारी थी. एफडीए ने फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी पर छापा मारकर 1 करोड़ 27 लाख रुपये की नकली दवा जब्त की है. वहीं करीब 2 करोड़ 93 लाख 255 रुपये की मशीनों को भी सीज किया है.
छापेमारी वसेई के गीता गोविंद इंडस्ट्री नावघर के शैलेश इंडस्ट्री के 20 नंबर गली में की गई. कार्रवाई में सामने आया कि कंपनी पिछले करीब 7 सालों से नकली दवाओं का निर्माण कर रही थी. ये कंपनी घरवार फार्मा प्रोडक्ट प्राईवेट लिमिटेड और रूसब फार्मा के नाम से थी. इसका लाइसेंस पंचकुला का है, लेकिन दवा का प्रोडक्शन वसेई में शुरू था.